How does the Internet work।इंटरनेट कैसे बनता है,
दोस्तों आइए शॉर्ट में जानते हैं कि इंटरनेट कैसे काम करता है आपको यह बात जानकर आश्चर्य होगा कि पूरी दुनिया का इंटरनेट एक वायर की मदद से चलता है जिसे ऑप्टिकल
How does the Internet work।इंटरनेट कैसे बनता है, |
फाइबर केबल या ओएसी कहते हैं पूरी दुनिया में धरती के नीचे और समुंद्र के अंदर इसका जाल बिछाकर इससे एक देश से दूसरे देश को कनेक्ट किया गया है एक वेबसाइट है सबन
केबल map.com इस वेबसाइट पर जाकर आप वर्ल्ड मैप पर नेविगेशन करके यह देख सकते हैं कि ऑप्टिकल फाइबर केबल से किस देश को कैसे कनेक्ट किया गया है नॉर्मली जो
इलेक्ट्रिक वायर होते हैं उ उसमें इंफॉर्मेशन को एक जगह से दूसरे जगह तक भेजने के लिए इलेक्ट्रिक करंट का यूज किया जाता है लेकिन ऑप्टिकल फाइबर केवल इंफॉर्मेशन को
लाइट पल्सेस में कन्वर्ट करके भेजा जाता है जब हम मोबाइल पर इंटरनेट में कुछ सर्च करते हैं तब वो इंफॉर्मेशन इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव के रूप में निकलकर सेल टावर पास
जाता है सेल टावर इस इंफॉर्मेशन को लाइट पल्सेस में कन्वर्ट कर देता है अब यह इंफॉर्मेशन धरती के नीचे और समुद्र के अंदर से होते हुए
How does the Internet work।इंटरनेट कैसे बनता है, |
क्या आपको पता है इंटरनेट कैसे बंता है ?
इसे सिर्फ 1% लोग ही जानते हैं जब हम इंटरनेट उसे करते हैं तो यह वेब 2.0 पर कम करता है इंटरनेट बहुत से डाटा का कलेक्शन है जैसे युटुब गूगल फेसबुक और सभी ऑनलाइन सोर्स जिसका हम उसे करते हैं इंटरनेट एक नेटवर्क है जो दुनिया का सभी कंप्यूटर्स को एक दूसरे के साथ डाटा और इनफॉरमेशन प्रोवाइड करता है दुनिया का 99% इंटरनेट पावर ऑप्टिकल केवल की मदद से चला है जिसे समुद्र के जरिए पहुंच जय जाता है इसकी स्पीड 100 जीबी पर सेकंड होती है ।
इंटरनेट कैसे हम तक पहुंचता है?How does the Internet work।इंटरनेट कैसे बनता है,
तो दोस्तों आपमें से बहुत सारे लोगों को ऐसा लगता हुआ कि इंटरनेट सेटेलाइट के जरिए हम तक पहुंचता है लेकिन असल में इंटरनेट पानी के जरिए हम पर पहुंचा है जाता है समुद्र के अंदर बड़े-बड़े बाहर लगे होते हैं जो कि एक्चुअल में इंटरनेट
के बाहर होते हैं यह बाहर से जो हमारे घरों के आसपास के टावर होते हैं उन टावर तक केबल के जरिए इंटरनेट पहुंचाया जाता है और फिर उन टावर से हम तक इंटरनेट की पहुंच पाता है और सेटेलाइट के जरिए तो हमारे टीवी व रेडियो चलते हैं समुद्र में जो तैयार रहते हैं जितने ज्यादा मजबूत रहते हैं कि अगर इन 90% में डैमेज हो जाए तो अभी कुछ टाइम तक यह इंटरनेट सप्लाई करते रहेंगे,